सनातन धर्म में 10 महाविद्याओं का एक अहम स्थान है और माता धूमावती सातवीं महाविद्या के रूप में सनातन धर्म में पूजी जाती है. वही, ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को धूमावती जयंती मनाई जाती है. ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि को मां धूमावती की उत्पत्ति हुई थी. इस बार 14 जून को माता धूमावती की जयंती मनाई जाएगी.वैदिक पंचांग के अनुसार शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि इस बार 13 जून को रात 9:33 पर शुरू हो रही है और यह तिथि 15 जून को रात 12:03 पर खत्म होगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार धूमावती जयंती 14 जून को शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी और भक्त मां धूमावती का आशीर्वाद लेने के लिए उनकी पूजा अर्चना भी करेंगे.वहीं, धूमावती जयंती के दिन सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है. 14 जून को प्रातः काल से लेकर शाम 7:08 तक सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. वही धूमावती जयंती के दिन सुबह 4:02 से लेकर सुबह 4:45 तक पूजा का मुहूर्त भी है. इसी दिन अभिजीत मुहूर्त भी दोपहर 11:54 से लेकर 12:49 तक रहेगा
जिन व्यक्तियों के जीवन में कर्ज की समस्या है तो वह धूमावती जयंती के दिन नीम की पत्ती और घी के साथ हवन करें. वहीं दरिद्रता से मुक्ति पाने के लिए धूमावती जयंती के दिन गुड़ और गन्ने से भी हवन किया जाता है. इसके अलावा अन्य परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए मां धूमावती को काले कपड़े में काले रंग के तिल बांधकर भी उन्हें चढ़ाने चाहिए.