ज्योतिष के मुताबिक, किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह के कुछ खास भावों में होने से मंगल दोष बनता है. ये भाव हैं – पहला, चौथा, सातवां, आठवां, और बारहवां.. माना जाता है कि मंगल दोष की वजह से वैवाहिक जीवन में कई तरह की समस्याएं आ सकती हैं.Book online puja for mangal dosh
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल दोष के दुष्प्रभाव से वैवाहिक जीवन में समस्या आती है। विवाह न होना ,विवाह के बाद पति पत्नी में मतभेद और मतभेद के चलते तलाक की स्थिति बनना , पति/पत्नी का स्वास्थ्य खराब रहना, व्यवसाय में रुकावट, रक्त संबंधी शारीरिक विकार ये सभी मंगल दोष के लक्षण हे।
https://g.co/kgs/SeGc1mV मंगलनाथ मंदिर उज्जैन में मंगल दोष के निवारण के लिए भात पूजा करवाई जा सकती है। ये सबसे उचित विकल्प है, यदि आपके पास समय और सामर्थ्य हे तो आप उज्जैन जाकर मंदिर में उपलब्ध किसी भी योग्य पंडितजी से पूजा का आग्रह कर सकते है।
यदि आप उज्जैन जाकर मंगल दोष निवारण हेतु विधि करवाना चाहते हे तो www.merajyotishi.com/ask पर अपनी जानकारी सबमिट करके पूजा बुकिंग करवा सकते हे।
पर इसमें समस्या आती है समय और धन की, ऐसे में मंगल दोष निवारण के लिए दूसरे उचित विकल्पों को आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से शेयर कर रहे हे जिससे कि आप अपने घर पर अपने शहर में रहकर मंगल दोष निवारण के लिऐ स्वयं विधि कर सकते हे।
आइए जानते है मंगल दोष निवारण के उपाय:-
##शिवलिंग पर हर मंगलवार को लाल गुलाब के पुष्प चढ़ाएं.
##शिवलिंग पर जल चढ़ाने के बाद “ॐ हौं जूं सः” का जाप करें.
##रोज गणपति जी की पूजा करें. और गणेश जी को मूंगे की माला धारण करवाए।
##सोमवार शाम को 21 बेलपत्र पर अष्टगंध से राम नाम लिखे और मंगलवार सुबह शिवलिंग पर अर्पित करे
##कनक धारा स्त्रोत का पाठ नियमित रूप से करे
## 7 मंगलवार तक सुंदरकांड का पाठ पंचमुखी हनुमानजी के समक्ष बैठकर करना चाहिए
## यदि आप सक्षम है तो 108 हनुमान चालीसा का पाठ किसी भी अमावस के दिन करने से भी मंगल दोष का निवारण किया जा सकता है
##पूर्व में बताए हमारे एक प्रयोग से भी मंगल दोष निवारण संभव है। डिटेल जानने के लिए क्लिक करे https://merajyotishi.com/ganesh-puja/
## वर की कुंडली में मंगल दोष होने पर, तुलसी का पौधा लगाने एवम प्रतिदिन तुलसी माता की पूजा करने से भी लाभ मिल सकता है।
आप अपने शक्ति सामर्थ्य एवम सुविधा अनुसार जो भी उपाय करना चाहे कर सकते है, परमात्मा सभी की सुनते हे ओर आशीर्वाद देकर मनोकामना पुर्ण करते हे। पुर्ण श्रध्दा भक्ति के साथ किया गया कर्म कभी निष्फल नही होता है।।
ईश्वर सभी की मनोकामना पुर्ण करे, इसी शुभेच्छा के साथ।


