निर्जला एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाए । तुलसी की 11 बार परिक्रमा करे। *
निर्जला एकादशी के दिन विष्णु जी की विधिवत पूजा करे और मंत्र का जप करे*
निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और व्रत रखने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है और हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है।*
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 17 जून को सुबह 04 बजकर 42 मिनट से आरंभ हो रही है,जो 18 जून को सुबह 06 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर निर्जला एकादशी व्रत 18 जून को रखा जाएगा।*
निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु के मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जाप करें।
इसके साथ ही यदि आप आर्थिक रूप से सक्षम है तो गरीबों और जरूरतमंदों को कपड़े, खाना, पानी , वस्त्र आदि का दान कर सकते है।